वॉशिंगटन । अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यूरोपीय संघ (ईयू) से सभी आयात पर एक जून से 50 प्रतिशत टैरिफ लगाने की घोषणा की और कहा व्यापार वार्ता वेनतीजा रही। ट्रंप ने अपने टूथ सोशल प्लेटफॉर्म पर लिखा कि यूरोपीय संघ दशकों से अमेरिका का शोषण कर रहा है । उन्होंने ईयू पर भारी व्यापारिक वाधाएं, वैट टैक्स, ज्यादा कॉरपोरेट जुमनि, मुद्रा में हेरफेर और अनुचित मुकदमों का आरोप लगाया, जिससे हर साल 250 अरव डॉलर का व्यापार घाटा हो रहा है ।
वीवीसी की रिपोर्ट के अनुसार राष्ट्रपति ने कहा कि ईयू के साथ समझौता करना वहुत मुश्किल रहा है। ट्रंप ने लिखा, ईयू के साथ हमारी वातचीत कहीं नहीं पहुंची है, इसलिए मै एक जून 2025 से सीधे 50 प्रतिशत टैरिफ की सिफारिश कर रहा हूं। वाद में राष्ट्रपति कार्यालय में उन्होंने कहा,मै किसी सौदे की तलाश में नहीं हूं, टैरिफ 50 प्रतिशत तय है। लेकिन अगर वे यहां प्लांट वनाएंगे, तो कोई टैरिफ नहीं लगेगा। राष्ट्रपति ने दावा किया कि ईयू समझौता करना चाहता है, लेकिन सही तरीके से नहीं करता।
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ट्रंप की टिप्पणियां ऐसे समय आई जब कुछ घंटों वाद ही अमेरिका और ईयू अधिकारियों की व्यापार वार्ता होनी थी, जो अव अधर में लटक गई है। वहीं यूरोपीय आयोग ने कहा कि वह वातचीत के लिए तैयार है, लेकिन जरूरत पड़ी तो जवाव देने को भी तैयार है। ईयू के व्यापार आयुक्त मारोश शेफचोविच ने कहा,यूरोपीय संघ- अमेरिकी व्यापार वेजोड़ है और इसे आपसी सम्मान से चलना चाहिए, धमकियों से नहीं। हम अपने हितों की रक्षा के लिए तैयार है ।
जर्मनी के विदेश मंत्री जोहान वाडेफुल ने इस कदम पर चिंता जताई और चेतावनी दी कि दंडात्मक टैरिफ दोनों अर्थव्यवस्थाओं को नुकसान पहुंचाएंगे। उन्होंने कहा, ऐसे टैरिफ किसी की मदद नहीं करेंगे, वल्कि दोनों वाजारों की आर्थिक विकास गति धीमी करेंगे। आयरलैंड के प्रधानमंत्री माइकल मार्टिन ने कहा कि ईयू ने सच्चे इरादे से काम किया है और टैरिफ दोनों पक्षों के लिए नुकसानदेह होंगे।
फ्रांस के विदेश मंत्री लॉरेंट सेंट मार्टिन ने भी संयम का आह्वान करते हुए कहा, हम शांति चाहते है, लेकिन जवाव देने को भी तैयार है। अमेरिका के वित्त मंत्री स्कॉट वेंसेंट ने कहा कि ईयू के अंदर मतभेद वार्ताओं में वाधा वन रहे हैं और कुछ सदस्य देशों को व्रसेल्स की वातचीत की शर्तो की जानकारी नहीं है। उन्होंने उम्मीद जताई कि ट्रंप का टैरिफ धमकी ईयू को सक्रिय करेगी। राष्ट्रपति ने एप्पल से जुड़ी पुरानी लड़ाई भी फिर शुरू की और अमेरिका में न बने आईफोन पर 25 प्रतिशत आयात कर लगाने की धमकी दी, जिसे विशेषज्ञों ने अवास्तविक वताया । इस वयान के वाद ऐप्पल के शेयर तीन प्रतिशत गिर गए।